हाल ही में बॉलीवुड कलाकार आमिर ख़ान की एक फ़िल्म रिलीज़ हुई है जो अपने स्टार कास्ट के लिए चर्चा में है. इस फ़िल्म में कई न्यूरोडाइवरजेंट कलाकारों ने काम किया है जिनमें डाउन सिंड्रोम, ऑटिज़्म जैसी स्थितियों वाले कलाकार हैं.
फ़िल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ में एक संवाद है जो विकलांगता को लेकर लोगों के नज़रिए को भी दर्शाता है.
इस संवाद में एक सुनवाई के दौरान जज निर्देश देती हैं कि कोच (आमिर) इंटलेक्चुएली डिसएबल्ड लोगों की बास्केटबॉल टीम को प्रशिक्षित करें.
जवाब में आमिर ख़ान कहते हैं, “मैडम तीन महीनों के लिए पागलों को सिखाऊँगा मैं? और ये क्या बात हुई पागल को पागल मत बोलो?”
Post Views: 13