ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के बीच 45 मिनट तक फोन पर बातचीत हुई। ईरानी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को मध्य पूर्व के हालात, खासकर ईरान-इजराइल युद्ध के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने उन्हें ईरान की सोच के बारे में बताया। इस मौके पर पीएम मोदी ने भारतीय छात्रों की मदद करने के लिए उनका आभार जताया। आइए विस्तार से जानते हैं कि दोनों नेताओं के बीच क्या चर्चा हुई?
भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ईरानी राष्ट्रपति से बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव पर भारत की चिंता जताई। उन्होंने यह भी कहा कि भारत शांति और मानवता का पक्षधर है। भारत चाहता है कि तनाव तुरंत कम हो। हमें बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर आगे बढ़ना चाहिए। पीएम मोदी ने क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए भारत के समर्थन को दोहराया।
छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए धन्यवाद
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय समुदाय की सुरक्षित वापसी के लिए लगातार समर्थन के लिए राष्ट्रपति पेजेशकियन का आभार जताया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने व्यापार और आर्थिक सहयोग, विज्ञान प्रौद्योगिकी और लोगों के बीच संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता दोहराई।